अक़्सर ये ख़याल आता है
हम साथ बूढ़े नहीं हो पाएंगे!कुछ रह जायेगा बोलना!
सुनना भी।
सालों बाद,
मीलों दूर बैठकर ख़याल आएगा -
रह गया कुछ बोलना तुम्हें!
रह गया कुछ सुनना हमें!
अक़्सर डर लगता है
बूढ़े तो हो जायेंगे पर,
तुम्हारे साथ बूढ़ा होना रह जायेगा!
It has been a long time since I have been musing on this topic. I wanted to write on it quite a few times but I, even I, fear being misunder...
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