तुम एक बार प्यार करने की कोशिश करो..
देखोगे, नदी के भीतर मछलियोँ के सीने से पत्थर टूट के गिर रहे है
पत्थर, पत्थर, पत्थर और नदी-समुन्द्र का पानी
नीला पत्थर लाल हो रहा है, लाल पत्थर नीला
एक बार तुम प्यार करने की कोशिश करो!
सीने में कुछ पत्थरों का रहना अच्छा है ,
कोई बुलाए तो कम से कम आवाज़ गूंज पाती है!
और सारे नंगे पैर चलने वाले रास्ते जब फिसलन से भर जाएं,
तब वही पत्थरों का दस्ता एक के ऊपर एक बिछाकर ...
जैसे किसी कविता का नग्न इस्तेमाल
जैसे लहर ,
और जैसे कुम्हार-टोली की सलमा-चमकी-ज़री से जड़ी हुई कोई प्रतिमा,
सीने में कुछ पत्थरों का रहना अच्छा है
चिट्ठी का बक्सा तो अब रहा नही ,
पत्थरों के बीच मे रख आयो तो शायद काम बन जाए!
कभी कभी घर बनाने का मन भी तो करता है।
मछली के सीने के पत्थर धीरे धीरे हमारे सीने में जगह बना ले रहे है
हमें सब कुछ चाहिए। हम घर बनाएंगे -
हम सभ्यता का एक अजर स्तम्भ खड़ा करेंगे।
चांदी की चमक वाली मछली पत्थर गिराती हुई चली जाए,
तो तुम एक बार प्यार करने की कोशिश ज़रूर करना!
~ शक्ति चट्टोपाध्याय
- Translation: Nayana
একবার তুমি ভালোবাসতে চেষ্টা করো–
দেখবে, নদির ভিতরে, মাছের বুক থেকে পাথর ঝরে পড়ছে
পাথর পাথর পাথর আর নদী-সমুদ্রের জল
নীল পাথর লাল হচ্ছে, লাল পাথর নীল
একবার তুমি ভালোবাসতে চেষ্টা করো ।
বুকের ভেতর কিছু পাথর থাকা ভালো- ধ্বনি দিলে প্রতিধ্বনি পাওয়া যায়
সমস্ত পায়ে-হাঁটা পথই যখন পিচ্ছিল, তখন ওই পাথরের পাল একের পর এক বিছিয়ে
যেন কবিতার নগ্ন ব্যবহার , যেন ঢেউ, যেন কুমোরটুলির সালমা-চুমকি- জরি-মাখা প্রতিমা
বহুদূর হেমন্তের পাঁশুটে নক্ষত্রের দরোজা পর্যন্ত দেখে আসতে পারি ।
বুকের ভেতরে কিছু পাথর থাকা ভাল
চিঠি-পত্রের বাক্স বলতে তো কিছু নেই – পাথরের ফাঁক – ফোকরে রেখে এলেই কাজ হাসিল-
অনেক সময়তো ঘর গড়তেও মন চায় ।
মাছের বুকের পাথর ক্রমেই আমাদের বুকে এসে জায়গা করে নিচ্ছে
আমাদের সবই দরকার । আমরা ঘরবাড়ি গড়বো – সভ্যতার একটা স্থায়ী স্তম্ভ তুলে ধরবো
রূপোলী মাছ পাথর ঝরাতে ঝরাতে চলে গেলে
একবার তুমি ভালোবাসতে চেষ্টা করো ।
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