मेरे सीने की बावन अलमारियाँ
- पुर्णेन्दु पत्री
~ अनुवाद: नयना
मेरे सीने में बावन अलमारियाँ हैं शीशम की
मुझे जो भी कुछ पसंद है, सब वहीं हैवो सारी हँसी,
जैसे खुले आसमान में सुनहरे पंखों की उड़ान
वो सारी आँखें, जिनके नीले पानी में बस डुबो कर मारने वाली लहरें
वो सारे स्पर्श, जैसे स्विच छूते ही रोशन कर देने वाले बत्तियां
सब उन अलमारियों के भीतर।
जो सारे बादल टूट कर गिर गए हैं किसी जंगल में स्याह रात की ओर जाते जाते
उनके शोक,
वो सारे जंगल जो पंछियों की ख़ुशी लेकर उड़ने की कोशिश में कुठाराघात से बर्बाद हो गए
उनके रुदन,
जो सारे पंछी गलती से गा उठे बसंत के गीत किसी बरसात की शाम में
उनका सर्वनाश
सब उन अलमारियों के अंदर।
ख़ुद के और अनगिनत आदमी और औरतों के नीले से साये और काला सा खून
ख़ुद के और जाने पहचाने कई युवक- युवतियों के मैले रुमाल
और रद्द किए गए पासपोर्ट
ख़ुद के और इस समय के सारे टूटे हुए फूलदान के टुकड़े
सब वही बावन अलमारियों के किसी अँधेरे कोने में,
किसी ताक में
सीने में।
The original
https://banglarkobita.com/poem/famous/1310
হোঁচট খেতে খেতে দুটো তিনটে কবিতা পড়লাম।খুব খুব ভালো লাগলো।
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